Saturday, May 4th, 2024

माशिमं के एस्मा और आयोग की चुनाव ड्यूटी में फंस गए शिक्षक, रिजल्ट पर संकट

भोपाल । माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के मूल्यांकन का दूसरा चरण शुरू हो गया है, मूल्यांकन के लिए टीचरों का टोटा पड़ रहा है। माशिमं के आग्रह के बाद भी टीचरों व मूल्यांकन अधिकारियों की चुनाव ड्यूटी लगा दी गई है। मंडल मुख्यालय के कर्मचारियों के अलावा मूल्यांकन अधिकारी व सहायक मूल्यांकन अधिकारी को भी चुनाव कार्य में लगा देने से मूल्यांकन प्रभावित हो रहा है। इसके चलते दोनों ही कक्षाओं के रिजल्ट में देरी होना तय है।

माशिमं की एक मार्च से हाईस्कूल व दो मार्च से हायर सेकेंडरी की परीक्षा शुरू हुई थी। परीक्षाओं के मूल्यांकन का प्रथम चरण 20 अप्रैल से शुरू हुआ था, जिसे 5 अप्रैल को समाप्त होना था, लेकिन कई जिलों में टीचरों की कमी के कारण अभी तक पहला चरण ही पूरा नहीं हो पाया है। दूसरा चरण शनिवार से शुरू हो गया है। मंडल मुख्यालय में जिन कर्मचारियों और अधिकारियों पर रिजल्ट की पूरी जिम्मेदारी है, उनमें से 280 की चुनाव ड्यूटी लगा दी गई है। इसी तरह ग्वालियर के जिला मूल्यांकन अधिकारी व सहायक अधिकारी समेत अन्य जिलों के टीचरों को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है। प्रदेश के सभी जिलों की समन्वयक संस्थाओं में मूल्यांकन किया जा रहा है। राजधानी में मूल्यांकन केन्द्र समन्वयक संस्था माडल स्कूल टीटी नगर को बनाया गया है। मूल्यांकन के पहले चरण में 16 मार्च तक संपन्न हुए 10वीं-12वीं के पेपरों की कापियों के जांचने का काम शुरू हुआ है। तीस अप्रैल तक करीब पच्चीस हजार शिक्षकों को 18 करोड़ से अधिक कापियों के मूल्यांकन करना है।

नई व्यवस्था में लग रहा दोगुना समय

किसी भी विषय में जीरो अथवा नब्बे फीसदी से अधिक अंक पाने वाले छात्र-छात्राओं की कापियों पर शिक्षकों को विशेष नजर रखना है। ऐसे परीक्षार्थियों की कापियां दोबारा चेक की जा रही हैं। इस सब में अधिक समय लग रहा है। पर्याप्त टीचर नहीं होने के कारण मूल्यांकन कार्य धीमी गति से चल रहा है। इनके अलावा एक या दो नंबर से किसी विषय में विशेष योग्यता या प्रथम श्रेणी की पात्रता से वंचित होने वाले परीक्षार्थियों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसमें हर पेज पर मिले अंकों को जोड़ने में भी विशेष सावधानी रखी जा रही है। ऐसे सभी विद्यार्थियों की कापी दोबारा जांच कर अंकों को ध्यान से जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।

सिर्फ राजधानी में 60 फीसदी मूल्यांकन, जिलों की स्थिति खराब

राजधानी के टीटी नगर मॉडल स्कूल में बने मूल्यांकन केन्द्र में निर्धारित समय के अनुसार पहला चरण पूरा हो चुका है। जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि 60 फीसदी मूल्यांकन पूरा होने के साथ दूसरा चरण शुरू हो चुका है। वहीं कई जिलों में 30 से 40 फीसदी मूल्यांकन होने के कारण दूसरा चरण शुरू नहीं हो पाया है।

इनका कहना है

हमने आयोग को पत्र लिखकर मूल्यांकन कार्य में लगे कर्मचारियों व टीचरों को चुनाव कार्य से मुक्त रखने का आग्रह किया था। इसके बाद भी कई जगह कर्मचारियों व टीचरों की ड्यूटी लगने से मूल्यांकन कार्य प्रभावित हो रहा है। हम समय से रिजल्ट देने के पूरे प्रयास कर रहे हैं। चुनाव आयोग को हम दोबारा पत्र लिखेंगे।

-अजय गंगवार, सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल

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